पांवटा साहिब में स्थित आत्महत्याओं में चर्चित हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल कॉलेज विवादों में आ गया है यह विवाद परिवारिक है तथा प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर आज काफी गहमागहमी रही दोनों पक्ष कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं वही कुछ दलाल किस्म के लोग भी मोटे पैसे कमाने के लिए तथा ट्रस्ट में अपना नाम जुड़वाने के लिए दलाली कर रहे हैं एक मशहूर दवा कंपनी के मालिक पर भी गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं तथा दूसरा पक्ष उन करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगा रहा है वही पुलिस अधिकारी भी इसको प्रॉपर्टी विवाद बताकर कोर्ट में जाने की सलाह दें रहे हैं वही एक क्रेशर मालिक का नाम भी समझौता कराने वालों में सामने आ रहा है गौरतलब है कि पहले भी इस डेंटल कॉलेज के प्रशासन पर आत्महत्या के लिए उकसाने के गंभीर आरोप लगे हैं तथा यहां पर चार छात्राओं ने अब तक सुसाइड किया है जिसमें अध्यापक व स्टाफ व विद्यार्थियों पर भी आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला तक दर्ज हो चुका है साल 2007 में धर्मशाला निवासी इशिता शर्मा जो कि हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंस की छात्रा रही थी ने भी आत्महत्या कर ली थी14 दिसंबर 2008 को नवजोत कौर जोकि खोखर अमृतसर निवासी थी और हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंस की छात्रा थी ने भी आत्महत्या कर ली थी दिनांक 4 अक्टूबर 2011 दिन सोमवार रामपुर घाट स्थित हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल कॉलेज मैं पंजाब के भटिंडा के रहने वाली एक छात्रा अमृत कौर द्वारा कॉलेज की कैंपस में बने हॉस्टल में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली जाती है छात्रा ने अपनी डिग्री पूरी कर ली थी तथा जल्द ही अपने घर वापस लौटने वाली थी इसके बाद 14 अप्रैल 2008 के केस पर आते हैं शिमला निवासी कृष्णा नेगी उम्र 20 वर्ष ने आत्महत्या की जिसके बाद हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस के 11 एंप्लोई टीचर और स्टूडेंट के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 और 34 के तहत मामला दर्ज होता है इन लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए केस दर्ज किया गया था तथा आरोपियों पर गंभीर आरोप थे कि इन्होंने छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाया है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाद में मामला समाप्त हो गया परंतु सूत्रों की माने तो छात्रा के परिजन अभी इंसाफ ना मिलने पर भगवान से दुआ कर रहे हैं कि आरोपियों को उनके गुनाह की सजा जरूर मिले।
पांवटा साहिब में स्थित आत्महत्याओं में चर्चित हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल कॉलेज विवादों में आ गया है यह विवाद परिवारिक है तथा प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर आज काफी गहमागहमी रही दोनों पक्ष कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं वही कुछ दलाल किस्म के लोग भी मोटे पैसे कमाने के लिए तथा ट्रस्ट में अपना नाम जुड़वाने के लिए दलाली कर रहे हैं एक मशहूर दवा कंपनी के मालिक पर भी गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं तथा दूसरा पक्ष उन करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगा रहा है वही पुलिस अधिकारी भी इसको प्रॉपर्टी विवाद बताकर कोर्ट में जाने की सलाह दें रहे हैं वही एक क्रेशर मालिक का नाम भी समझौता कराने वालों में सामने आ रहा है गौरतलब है कि पहले भी इस डेंटल कॉलेज के प्रशासन पर आत्महत्या के लिए उकसाने के गंभीर आरोप लगे हैं तथा यहां पर चार छात्राओं ने अब तक सुसाइड किया है जिसमें अध्यापक व स्टाफ व विद्यार्थियों पर भी आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला तक दर्ज हो चुका है साल 2007 में धर्मशाला निवासी इशिता शर्मा जो कि हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंस की छात्रा रही थी ने भी आत्महत्या कर ली थी14 दिसंबर 2008 को नवजोत कौर जोकि खोखर अमृतसर निवासी थी और हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंस की छात्रा थी ने भी आत्महत्या कर ली थी दिनांक 4 अक्टूबर 2011 दिन सोमवार रामपुर घाट स्थित हिमाचल इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल कॉलेज मैं पंजाब के भटिंडा के रहने वाली एक छात्रा अमृत कौर द्वारा कॉलेज की कैंपस में बने हॉस्टल में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली जाती है छात्रा ने अपनी डिग्री पूरी कर ली थी तथा जल्द ही अपने घर वापस लौटने वाली थी इसके बाद 14 अप्रैल 2008 के केस पर आते हैं शिमला निवासी कृष्णा नेगी उम्र 20 वर्ष ने आत्महत्या की जिसके बाद हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस के 11 एंप्लोई टीचर और स्टूडेंट के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 और 34 के तहत मामला दर्ज होता है इन लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए केस दर्ज किया गया था तथा आरोपियों पर गंभीर आरोप थे कि इन्होंने छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाया है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाद में मामला समाप्त हो गया परंतु सूत्रों की माने तो छात्रा के परिजन अभी इंसाफ ना मिलने पर भगवान से दुआ कर रहे हैं कि आरोपियों को उनके गुनाह की सजा जरूर मिले।
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